बोल क़लम
*बोल क़लम*
आज उनकी जय बोल क़लम!
ना फिसले कभी जिनके क़दम।
लक्ष्य पे अपने टिके रहें वो,
बदले जितने भी मौसम।
लक्ष्य पे अपनी टिका नज़र,
कभी ना देखा इधर उधर!
डरते नही वो कठनाई से,
जीत का छू के रहें शिखर।
भरते रहें तूफ़ाँन सा दम!
आज उनकी जय बोल क़लम!
फ़राज़ (क़लमदराज़)
S.N.Siddiqui
@seen_9807
*अधूरे मिसरे प्रतियोगिता*
Shashank मणि Yadava 'सनम'
07-Sep-2023 08:33 PM
Nice
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